आप चाहे अपने आप गाड़ी चलाना सीखें या किसी ड्राइविंग स्कूल से, वहां आपको गाड़ी चलाने के कानून सिखाये जाते हैं टिप्स नहीं, जबकि इन टिप्स का पालन करके गाड़ी ज्यादा सुरक्षापूर्वक चलाई जा सकती है। इस ब्लॉग में आपको गाड़ी चलाने के कानून नहीं बल्कि टिप्स के बारे में जानकारी दी जा रही है ताकि आप और बाकि लोग सुरक्षित घर पहुँच सकें।
सबसे पहले तो एक बात हमेशा ध्यान में रहनी चाहिए कि गाड़ी बिलकुल free mind होकर चलाएं पुरे इत्मिनान के साथ, पुरे होश-ओ -हवास में। गाड़ी चलाते समय हड़बड़ाहट न करें। गाड़ी बिलकुल सब्र के साथ चलाएं लेकिन बेफिक्र होकर नहीं। ध्यान रखें कि सड़क पर सिर्फ आप ही नहीं हैं दूसरे लोग भी हैं आपको उनका भी ख्याल रखना है। सड़क जितनी आपकी उतनी ही पैदल चलने वालों की भी है। गाड़ी चलाते समय सब्र रखें - Be Patient While Driving . बेसब्री में कई बार लोग दूसरी गाड़ी वाले को गलियां देते भी नज़र आ जाते है। गाड़ी चलाने का भी एक सलीका होता है। अगर गाड़ी हड़बड़ाहट में चलाएंगे तो कोई शक नहीं कि हादसे साथ साथ चलेंगे।
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पार्किंग :
अक्सर बाज़ारों में जहाँ पब्लिक पार्किंग की सुविधा नहीं होती या कम होती है, या थोड़े समय के लिए रुकना हो तो ज्यादातर हम लोग अपनी सुविधा अनुसार सड़क के किनारे ही गाड़ी पार्क कर देते हैं, लेकिन इस बात के बारे में नहीं सोचते कि इससे दूसरे लोगों को कितनी परेशानी होती है। इस बात का अंदाज़ा तब लगता है जब किसी दूसरे ने गाड़ी सड़क के बिलकुल ही किनारे पर लगाई हो और हमे परेशानी हो रही हो। तब आप यही कहते हैं न कि क्या बेवकूफ ड्राइवर है, गाड़ी कहाँ बीच सड़क में लगा रखी है। इसलिए जब भी गाड़ी थोड़े समय के लिए पार्क करनी हो तो जहाँ काफी खुली जगह हो वहीँ पर पार्क करनी चाहिए इससे न किसी की भद्दी बातें सुनने को मिलेंगी और साथ में ही आपकी गाड़ी भी सुरक्षित रहेगी।
रात की सुरक्षा :
रात को गाड़ी चलाना काफी रिस्की होता है क्योंकि अँधेरा होता है और अंधरे में कब, कौन, क्या सामने आ जाये ये कहा नहीं जा सकता। इसलिए रात को सीमित रफ़्तार में ही गाड़ी चलानी चाहिए। वैसे भी रात में कई लोग नशे में भी होते हैं इसलिए अपनी सुरक्षा अपने आप ही करनी चाहिए। जब भी रात की गाड़ी किसी दुकान या खाली सड़क पर थोड़ी देर के लिए पार्क और आप गाड़ी में ही बैठे हों, तो यह सुनिश्चित करें कि गाड़ी की हेडलाइटस ऑफ हैं क्योंकि चलती गाड़ी की तुलना में खड़ी हुई गाड़ी की लाइट्स सामने वाले को ज्यादा परेशान करती हैं।
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इंडिकेटर :
छोटी लेकिन बड़ी जरूरी बात। जब भी गाड़ी को एक किनारे से दूसरे किनारे पर ले जाना हो, अपनी Lane बदलनी हो, या गली में घुसना हो तो गाड़ी के इंडिकेटर का इस्तेमाल जरूर करें इससे आगे वाले और पीछे वाले ड्राइवर को आपकी डायरेक्शन का पता चल जाता है कि आप अपनी Lane चेंज कर रहे हैं या लाइन से बाहर हो रहे हैं इससे वो सतर्क हो जाएगा और दोनों की सुरक्षा पुख्ता हो जाएगी। Turn कर लेने के बाद इंडिकेटर को बंद करना न भूलें। कई बार इंडिकेटर ऑन रहने पर आगे पीछे वालों का परेशानी होती है वो अगर आपको Overtake करना चाहे तो उसे Confusion होगा कि आप जाना कहाँ चाहते हैं, ऐसा ज्यादातर बाज़ारों में होता है जहाँ गलियां या Link Road ज्यादा होते हैं।
ब्रेक :
अगर आप भीड़ भाड़ वाले इलाके में गाड़ी चला रहें हों तो पैदल चल रहे लोगों का भी ख्याल रखना चाहिए। सब्र के साथ धीमी गति से गाड़ी चलाएंगे तो दोनों ही सुरक्षित रहेंगे, वरना जल्दबाजी के चक्कर में किसी टांग टूटेगी किसी का सर फूटेगा। जोर जोर से हार्न बजाकर निकलने की कोशिश कभी कभी दूसरे लोगों की परेशानी का सबब बनती है। ब्रेक लगा देने से आप छोटे नहीं हो जाते बल्कि सामने वाला अगर समझदार हुआ तो मुस्कुरा के धन्यवाद ही कहेगा।
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बड़ी गाड़ी :
आजकल में देश की सडकों पर बड़ी से बड़ी, महंगी से महंगी गाड़ियां दौड़ रही हैं। ऐसे में ऐसा हो ही नहीं सकता कि आप की गाड़ी सबसे बड़ी और महंगी है। दुनिया में अगर कोई अमीर है तो उससे बड़े बड़े अमीर भी हैं, इसलिए अपनी बड़ी गाड़ी का घमंड लेकर सड़क पर चलना किसी भी लिहाज़ से सही नहीं है। सड़क अमीर गरीब नहीं देखती, यहाँ तो एक गलती तगड़ा नुक्सान कर सकती है। बड़ी गाड़ी वाले लोग बड़े होने चाहिए उनके आदतें ऐसी होनी चाहिए कि सामने वाला खुद ही कह दे कि यार ये बंदा बड़े घर का लगता है, न कि ये कहे कि गाड़ी बड़ी है लेकिन हरकत बिलकुल छोटी। इसलिए सड़क पर छोटी गाड़ी वाले को भी सम्मान के साथ पास देना चाहिए। आखिर अपनी नज़रों में वो भी तो बड़ा है। बड़ी गाड़ी वाले की हरकत या Driving से किसी के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए।
भारी ट्रैफिक :
दोपहिया और चार पहिया गाडी वालों को भारी ट्रैफिक में सिग्नल और Common Sense का इस्तेमाल करना चाहिए। भारी ट्रैफिक के दौरान बहुत बार अक्सर छोटी गाडी वाले आगे निकलने की कोशिश करते हैं और जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। अगर सड़क छोटी है ,संकरी है तो एक लाइन में चलने की कोशिश करें ताकि दूसरी दिशा में जा रही गाड़ियां आराम से चलें और जाम की स्थिति उत्त्पन्न न हो।
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