आचार्य चाणक्य आज से हज़ारों साल पहले हुए। गुप्त साम्राज्य की नींव रखने में उनकी काफी भूमिका थी। नन्दवंश को समाप्त करके चंद्र गुप्त मौर्या को राजा बनाया और आगे चल कर गुप्त साम्राज्य ने ही भारत वर्ष के कई हिस्सों पर राज किया। आचार्य चाणक्य को कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। वे तक्षशिला विश्व विद्यालय के आचार्य थे। उन्होंने अपने जीवन काल में राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, सामाजिक शास्त्र और कृषि शास्त्र से सम्बंधित कई महान ग्रन्थ लिखे, जिनका अनुसरण करके आज भी उनके अनुयायी इनका लाभ लेते हैं। हज़ारो साल पहले कही गयीं उनकी नीतियां आज भी अनुसरणीय हैं।
शादी करने वाले लोगों के लिए आचार्य का क्या विचार है इसके बारे में आज के इस लेख में हम जानेंगे। आचार्य चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान व्यक्ति शादी के लिए स्त्री की खूबसूरती नहीं देखता बल्कि उसके गुणों को भी देखता है। चाणक्य ने अपनी नीति में विवाह और रिश्ते को अच्छे से निभाने ,गृहस्थी चलाने जैसे कई विषयों पर काम की बातें बताईं हैं जिनका अनुसरण करके हम लाभ उठा सकते हैं। शादी के लिए गुणी और संस्कारी लड़की मिलना अच्छी किस्मत की बात होती है। आचार्य ने कहा है कि किसी पुरुष को ऐसी लड़की से शादी करनी चाहिए जिसमे कुछ खास गुण हों। यदि लड़की खूबसूरत हो लेकिन अच्छे संस्कार न हों तो ऐसी लड़की से विवाह करके पछताना ही पड़ता है।
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