गर्मियों का मौसम आते ही परिवार में सबसे पहली चिंता पानी की ही होती है। एक तो पहले ही घर की टंकी में पानी कम आएगा, पानी की किल्लत होगी और दूसरे गर्मी के चलते पानी का उपभोग भी ज्यादा होगा। बस यही चिंता गर्मियों में होती है , ऐसे में घर में पानी बचाना बहुत जरूरी हो जाता है इससे आर्थिक बोझ भी कम होगा और साथ ही पानी का सरंक्षण भी होगा, वैसे भी दुनिया में पीने के पानी का जमीनी स्तर काफी गिर गया है और यह जल स्तर गिरने का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है ऐसे में हमे कुछ आदतें छोड़नी होगीं और कुछ आदतें अपनानी होगीं। हमें पानी बचाने के ये उपाय जरूर अपनाने चाहिए :
नल खुला न छोड़ें
घर के बाथरूम, रसोई और आंगन में लगे नल को खुला न छोड़े, याद रखें बूँद बूँद से ही घड़ा खली होता है, अगर घर के नल लीक कर रहें हों तो उन्हें जरूर ठीक करवाएं या जरूरी हो तो बदलवा दें। इससे पानी काफी बचत होगी।
कपडे धोने के बाद बचे हुए पानी से पौंछा लगाया जा सकता है
अक्सर जब भी घर में कपडे धोये जाते हैं तो पानी फेंक दिया जाता है अगर पानी थोड़ा साफ़ है मतलब कम गन्दा है तो इस पानी को घर में पौंछा लगाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। या इस पानी से बाथरूम में लगी टाइलों को साफ़ किया जा सकता है। इस पानी को गाड़ी धोने में इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह आप कुछ बाल्टी पानी का सदुपयोग कर सकते हैं।
बर्तन धोते समय नल लगातार न चलाएं
अक्सर देखा गया है ज्यादातर लोग बर्तन धोते समय नल लगातार चालू रखते हैं इससे काफी पानी व्यर्थ चला जाता है। बर्तनों को एक बार गीला कर लेने के बाद नल बंद कर देना चाहिए फिर मांजने के बाद झाग उतारने के लिए ही नल खोलना चाहिए। इस बीच नल बंद कर दें। आजकल ज्यादातर घरों में हाफटर्न नल होते है जिससे बार बार नल खोलने और बंद करने में कोई परेशानी नहीं होती।
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शेव या ब्रश करते समय नल न चलाएं
अक्सर कई घरों में बच्चो और बड़ो में ब्रश करते समय या शेव करते समय नल खुला छोड़ने की आदत होती है। इससे बहुत सारा साफ़ पानी व्यर्थ में बह जाता है। हमे यह आदत छोड़नी चाहिए और ये काम करते हुए नल बंद करने की आदत अपनानी चाहिए।
लो फ्लो नल का इस्तेमाल करें
जितना हो सके काम करते समय नल फुल प्रेशर में न चलाएं इससे पानी काफी मात्रा में व्यर्थ होता है कोशिश रखें नल को कम प्रेशर में ही चलाएं जिससे पानी की बचत होगी और नल का मीटर भी कम गति से घूमेगा।
बाल्टी मग्ग से नहाएं
जब भी अपने काम के लिए जाना हो मतलब समय भी बचाना हो तो शावर छोड़ कर बाल्टी और मग्ग से नहाएं क्योंकि शावर से नहाने में पानी का ज्यादा खर्चा हो जाता है, कई बाल्टी पानी फिजूल में बह जाता है। बाल्टी और मग्ग से पानी भी बचेगा और आपका कीमती समय भी।
कूलर या आर ओ का पानी
घर में अगर कूलर या AC लगा है या आर ओ लगा है तो उसके बचे हुए पानी को अपने गार्डन या गमलों में लगे पौधों में डाल सकते हैं या घर के छोटे मोटे कपड़े डस्टर आदि को धोने में इस्तेमाल कर सकते हैं। या पौंछा लगा सकते हैं इससे व्यर्थ पानी का अच्छा उपयोग हो जाएगा। अगर इस पानी का फेंक दिया जाये तो फिर साफ़ पानी का इस्तेमाल इस काम में करना पड़ेगा जिससे आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
व्यर्थ बहने वाले पानी को गार्डन में डाइवर्ट करें
अगर संभव हो तो बाथरूम और रसोई के व्यर्थ पानी को घर के गार्डन में डाइवर्ट कर दें इससे पौधों को पानी मिल जाएगा और गार्डन में नमी बनी रहने से धुल मिटटी कम होगी। घर में अगर वेस्ट पानी के लिए टैंक बना है तो उसकी भी एक्सेस पानी से सुरक्षा हो जाएगी।
पानी की टंकी में वाल्व को बार बार चेक करें
जिस टंकी में पानी की सप्लाई आती है उस टंकी का फ्लोटिंग वाल्व बार बार चेक करते रहना चाहिए, उसके ख़राब हो जाने पर टंकी ओवरफ्लो हो जाती है और पानी की काफी मात्रा में व्यर्थ चला जाता है इससे पानी और पैसा दोनों का नुक्सान होता है इसलिए अगर फ्लोटिंग वाल्व ख़राब है तो उसे बदलना ही समझदारी होगी।
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फ्लश का कम से कम प्रयोग
शौचालय में लगे फ्लश सिस्टम से पानी का बहुत ज्यादा नुक्सान होता है। शौचलय में इंग्लिश सीट का प्रयोग आजकल फैशन बन गया है जबकि इसके कारण ही सबसे ज्यादा पानी व्यर्थ होता है। एक इसांन एक बार में एक गिलास से भी कम पेशाब करता है लेकिन उसे साफ़ करने में सिस्टर्न टैंक का पूरा पानी बह जाता है। जहाँ तक हो सके केवल शौच के लिए ही सिस्टर्न टैंक का पूरा पानी इस्तेमाल करें। पेशाब आदि के लिए थोड़ा सा पानी फेंके और टैंक का बटन ऊपर उठा लें। इससे पानी की काफी बचत होगी। अगर संभव हो तो पेशाब नीचे ही करें और मग्ग से पानी डाल दें।
अगर हम सब इन उपायों को अपना लें तो पानी की काफी बचत हो सकती है। इससे न केवल पानी का बिल कम आएगा बल्कि एक जिम्मदार नागरिक होकर देश का पानी बचाया जा सकता है। बचा हुआ पानी किसी जरूरतमंद घर में इस्तेमाल किया जा सकता है।
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