माता भीमाकाली मन्दिर, मण्डी, हिमाचल प्रदेश

 हिमाचल प्रदेश देवी देवता का निवास स्थान है जो किसी स्वर्ग से कम नहीं। यहाँ देवी देवताओ के सैंकड़ो मन्दिर हैं जिनके दर्शन करने के लिए लाखों लोग देश और विदेश से यहाँ आते हैं। कुछ लोग इन मन्दिरो में आस्था के कारण आते हैं, कुछ मान्यताओं के चलते और कुछ इन मन्दिरों की ख़ूबसूरती को निहारने के लिए यहाँ आते हैं। हिमाचल के जिला मण्डी में ऐसा ही एक स्थान है, भिउली, जहाँ पर माता भीमा काली का भव्य मन्दिर है जिसे निहारने के लिए हज़ारों लोग प्रति माह यहाँ आते हैं। भिउली, मण्डी शहर का रमणीय स्थान है, जो प्राचीन व्यास नदी के तट पर बसा हुआ है।  



माता भीमाकाली मन्दिर, मण्डी, हिमाचल प्रदेश

     Bhima Kali Temple             Photo: By the Author


हालाँकि यह मन्दिर बहुत पुराना नहीं है लेकिन यहाँ पर स्थापित माता भीमाकाली व् अन्य देवियों की मूर्तियां प्राचीन हैं जिनका अस्तित्व यहाँ सैंकड़ो सालों से है। मन्दिर लगभग 20-25 साल ही पुराना है लेकिन यहाँ पहले भी देवियों की पूजा अर्चना होती रही है। अब यहाँ पर भव्य मन्दिर का निर्माण शिखर शैली में हुआ है। मन्दिर के गर्भ गृह में माता भीमा काली की प्राचीन पाषाण निर्मित मूर्ति स्थापित है। माता की मूर्ति के अलावा यहाँ चौंसठ योगिनियों व हनुमान की मूर्ति और शिवलिंग स्थापित है। 


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माता भीमाकाली मन्दिर, मण्डी, हिमाचल प्रदेश

     Mata Bhima Kali          Photo: By the Author

       


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हिमाचल प्रदेश में माता भीमा काली के 2 ही मन्दिर हैं जिनमे से एक मन्दिर शिमला से 180 किलोमीटर दूर सराहन में है और दूसरा मन्दिर यहाँ, छोटी काशी के नाम से विख्यात मण्डी जिला में है। दोनों ही मन्दिरोँ की काफी मान्यता है जिसके चलते हज़ारों लोग माता के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहाँ आते है। मण्डी जिला में घूमने आने वाले पर्यटक इस मन्दिर में ज्ररूर आते हैं। व्यास नदी के किनारे स्थापित इस मंदिर से काफी सुन्दर नज़ारे देखने को मिलते हैं। एक तरफ व्यास नदी के सुन्दर और शान्त रमणीय तट हैं और दूसरी तरफ ऊँचे पहाड़ हैं। यहाँ से शहर का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है जो काफी मनमोहक है। 
 




माता भीमाकाली मन्दिर, मण्डी, हिमाचल प्रदेश

   A View Form Bhima Kali Temple       Photo: By the Author



मन्दिर के सामने ही गुरु गोविन्द जी महाराज का भव्य गुरुद्वारा है जहाँ मत्था टेकने के लिए हज़ारों श्रद्धालु आते हैं। यह गुरुद्वारा मण्डी -कुल्लू रोड पर है और माता भीमाकाली का मन्दिर मण्डी- पठानकोट रोड पर है इसलिए कुल्लू आने जाने वाले लोग यहाँ दर्शनों के लिए जरूर रुकते है और इस मनोरम जगह में अपनी थकान दूर करते हैं। मन्दिर का प्रांगण काफी बड़े क्षेत्र में फैला है। नदी वाली तरफ सुन्दर पुष्प वाटिका बनाई गई है जहाँ पर सुन्दर सुन्दर फूल और अन्य पेड़ पौधे लगाए गए हैं और बैठने के लिए जगह बनाई गई है। दूसरी तरफ एक पार्क बनाया गया है जहाँ बच्चों के लिए झूले लगाए गए है और लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई है। यहाँ हर साल बैसाखी के वक्त 2  दिवसीय मेला होता है जिसका मुख्य आकर्षण कुश्ती प्रतियोगिता रहता है जिसमे हिमाचल के अलावा पडोसी राज्यों के पहलवान हिस्सा लेते हैं। 


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माता भीमाकाली मन्दिर, मण्डी, हिमाचल प्रदेश

    पांडव अज्ञातवास के दौरान            Photo By the Author


मण्डी शहर की यह जगह काफी शांत और सुरम्य है अगर आप भी यहाँ आना चाहें तो साल भर कभी भी यहाँ आ सकते हैं। यह मन्दिर मण्डी बस स्टैंड से 1 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है यहाँ आप ऑटो से या अपनी गाड़ी से आ सकते हैं। माता भीमाकाली संस्थान द्वारा यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए पार्किंग की सुविधा निःशुल्क दी जाती है। 

                                                 

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